किडनी नही मिली पर नेत्रदान कर अमर हो गई सुरभि गुप्ता
ब्यावरा। जिले के बोड़ा नगर में रहने वाली होनहार छात्रा 29 वर्षीय सुरभि गुप्ता का बुधवार सुबह निधन हो गया जो पिछले तीन सालों से किडनी की समस्या से संघर्ष कर रही थी। सुरभि ने जाते-जाते नेत्रदान कर समाज को एक प्रेरणादायक संदेश दिया है जिससे वह अमर हो गई और उसकी आंखों से कोई इस खूबसूरत दुनिया को देख सकेगा। बोड़ा निवासी व्यापारी घनश्याम दास की बिटिया, विहिप जिला अध्यक्ष ब्यावरा अशोक गुप्ता की भांजी सुरभि गुप्ता एक होनहार छात्रा थी जिसने उच्च अंकों में स्नातक की डिग्री प्राप्त की साथ ही वह सिविल सेवा सहित पुलिस अफसर बनने की तैयारी में लगी हुई थी। सुरभि की मासूमियत, मधुर मुस्कान और दूसरों के प्रति उसका असीम प्रेम परिवार के लोगों के जीवन में खुशियां भरता था लेकिन समय के कुचक्र के चलते तीन साल पहले वह किडनी की समस्या से ग्रस्त हो गई और परिजनों के तमाम प्रयासों के बाद भी उसे किडनी उपलब्ध नही हो सकी, जिसके चलते संघर्षरत सुरभि ने बुधवार को इंदौर ले जाने के दौरान दम तोड़ दिया। अंतिम समय में सुरभि ने ऐसा कार्य किया जिससे वह अमर हो गई उसने नेत्रदान कर समाज को एक प्रेरणादायक संदेश दिया है साथ ही अब उसकी आंखों से कोई इस खूबसूरत दुनिया को देख सकेगा। यह पुनीत कार्य अंत्येष्टि स्थल पर डाॅ. अंकित देवकर सीएमओ शंकर नेत्र चिकित्सालय, डाॅ.रितूराज शर्मा के दिशा निर्देश पर डाॅ.अनिल गोरे एवं सहयोगी नेत्र टेक्नीशियन कुलदीप ठाकुर के द्वारा किया गया।