अपराजय योद्वा पूर्व विधायक बलरामसिंह गुर्जर दिवंगत, हजारों नम आंखों ने दी अंतिम विदाई। हर वर्ग की उम्मीद, बेदाग छबि, स्पष्ट राजनीतिज्ञ बाबूजी को हमेशा क्षेत्र करेगा याद
सुरेश शर्मा, Editor-in-chief
ब्यावरा। मध्य प्रदेश क़े राजगढ़ जिले की विधानसभा क्षेत्र ब्यावरा के पूर्व विधायक बलराम सिंह गुर्जर का बीती रात को निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार गृह ग्राम जरकड़ियाखेड़ी में गुरूवार को किया गया। उनकी पार्थिव देह को उनके पुत्र पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसवंत गुर्जर, जनपद अध्यक्ष जगदीश गुर्जर, भरत गुर्जर ने मुखाअग्नि दी। उनकी अंतिम यात्रा में जिले सहित आस पास के जिलों से लोग शामिल हुए। वह ऐसे अपराजय राजनीतिक यौद्धा रहे, जिन्होंने और व परिवार ने राजनीतिक क्षेत्र में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। सरपंच, जनपद सदस्य, मंडी सदस्य, जनपद अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष, विधायक पद तक का सफर परिवार ने बिना पराजय के तय किया। पिछले दिनों अटैक आने के बाद से ही वह अस्वस्थ्य चल रहे थे। समाजसेवी, राजनीति में विरोधियों को अपना कायल बनाने वाले नेता रहे श्री गुर्जर 1994 में अपने क्षेत्र से जनपद सदस्य के साथ ही जनपद अध्यक्ष बने। 1998 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से विधायक चुने गए। अपनी बेहतरीन छवि और कार्य के अनुरूप जनता के दिलों पर बाबूजी ने राज किया। गरीब, मजबूर, बेसहारा लोगों की मदद के लिए उनके साथ खड़े रहते थे। बाबूजी के रूप में विख्यात वह लोगों की सामाजिक, धार्मिक क्षेत्र में हमेशा मदद करते हुए नजर आए। कभी भी छोटे बड़ो का भेद नहीं किया। ब्यावरा का नवीन सिविल अस्पताल उनकी देन है। स्वयं आगे रहकर अधिकारियों के साथ अस्पताल की जगह का सीमांकन कराया था, जो आज चिकित्सा विभाग के काम आ रही है। अंतिम यात्रा में शामिल होने वाले मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री नारायण सिंह पवार, भाजपा जिला अध्यक्ष ज्ञानसिंह गुर्जर, नरसिंहगढ़ विधायक मोहन शर्मा, खिलचीपुर विधायक हजारीलाल दांगी, पूर्व मंत्री बद्रीलाल यादव, पूर्व विधायक रामचंद्र दांगी, पूर्व विधायक बापूसिंह तंवर, पूर्व विधायक पुरुषोत्तम दांगी, संघ अधिकारी महेश यादव, कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रकाश पुरोहित, वरिष्ठ समाजसेवी अशोक त्रिपाठी, जिला पंचायत अध्यक्ष चंदरसिंह सौंधिया, भाजपा जिला अमित शर्मा, विश्व हिंदू परिषद जिला अध्यक्ष अशोक गुप्ता, भाजपा जिला उपाध्यक्ष जगदीश पंवार पूर्व मंडी अध्यक्ष मकलेश चौहान, शाजापुर पूर्व जिला अध्यक्ष अंबाराम कराड़ा, नगर पालिका अध्यक्ष पवन कुशवाहा, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष डॉक्टर भारत वर्मा, मोहन लोधी, बनेसिंह पंवार, प्रेमकिशोर मीणा कुरावर, संजय जगताप, नारायण सिंह सालरियाखे, यादव रामपुर, दामोदर लहरी पचोर, रामनारायण दांगी, मानसिंह राजपूत, फूलसिंह मीणा कोटरा, राजू बीजेपी, लखन सौंधिया, प्रमोद नागर, दीपकमल शर्मा, मडल अध्यक्ष चंदन अग्रवाल, अशोक अग्रवाल सुठालिया, मंडल अध्यक्ष पदमसिंह लोधी, लखन दांगी सहित हजरों की संख्या में गुर्जर समाज, रिश्तेदार, ग्रामीण, अधिकारी, कर्मचारियों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
श्रद्धांजलि सभा में बोले जनप्रतिनिधि
आज ब्यावरा विधानसभा के लिए बहुत बड़ी क्षति हुई है, मुझे बड़े भाई के रूप में उनका प्रेम मिलता रहा। बेदाग छवि के धनी थे, हमेशा सत्य बोलने वाले नेता थे। बलरामसिंह जी गुर्जर उनके चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। नारायणसिंह पंवार, मंत्री मप्र शासन
हमने आज राजनीति का हीरा खो दिया है मध्य प्रदेश और जिले में राजनीति में एक अलग ही मिसाल कायम की थी बाबूजी ने राजनीति के क्षेत्र में विधायक बनकर गुर्जर समाज को एक नहीं पहचान दी।ज्ञानसिंह गुर्जर, जिलाध्यक्ष भाजपा
पूर्व विधायक बलराम सिंह जी गुर्जर ने राजनीति क्षेत्र में इतने लंबे समय से काम करने के बाद भी बेदाग छवि रही, अच्छी सोच के साथ उन्होंने क्षेत्र का विकास किया समाज को शिक्षित बनाया। मोहन शर्मा, विधायक नरसिंहगढ़
मेरे पुराने साथी बलराम सिंह जी गुर्जर ने राजगढ़ जिले में उन्होंने जो काम किया है, वह हमेशा याद रहेंगे, जिले में गुर्जर समाज को मजबूत करने का काम बाबूजी ने किया है, उनके चरणों में दांगी समाज की और से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। हजारीलाल दांगी, विधायक खिलचीपुर
श्रद्धेय बाबूजी सर्व समाज का काम करने वाले नेता थे, सही मायने में पूर्व विधायक बलराम सिंह जी गुर्जर ने अपना जीवन सादगी से जिया और जो भी उनके पास गया उसकी हमेशा मदद की। बदीलाल यादव ,पूर्व मंत्री मप्र शासन
लोगों की मदद करने में बाबूजी ने कभी समाज का बंधन नहीं रखा। ब्यावरा विधानसभा में उन्होंने बहुत विकास के काम किए हैं। सदैव लोगों के दिल में बाबूजी का एक अलग स्थान रहेगा। रामचंद दांगी, पूर्व विधायक ब्यावरा
बाबूजी धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्तित्व थे, उन्होंने हमेशा हिंदू समाज के लिए आगे बढ़कर काम किया। सर्व समाज के लिए एक प्रेरणा के सागर थे पूज्य बाबूजी।महेश यादव, संघ पदाधिकारी
ऐसा रहा राजनीतिक सफर
स्वर्गीय बलरामसिंह गुर्जर ने राजनीतिक शुरूआत 1994 में जनपद सदस्य का चुनाव लड़कर की। जनपद सदस्य बनने के बाद वह उसी दौरान ब्यावरा के जनपद अध्यक्ष चुने गए। जनपद अध्यक्ष रहते हुए ही कांग्रेस पार्टी ने उन्हें विधानसभा का टिकट दिया व चुनाव जीतकर विधायक बनने में सफल रहे। 2000 में पंचायत का चुनाव आया तो पत्नी को अपने क्षेत्र से जनपद सदस्य बनाया। 2005 के पंचायत चुनाव में बडे पुत्र जसवंतसिंह गुर्जर जनपद सदस्य बने तो छोटे पुत्र जगदीश गुर्जर सरपंच बने। 2009 के लोकसभा चुनाव में जसवंत गुर्जर ने भाजपा का दामन थामा। 2010 में फिर पुत्र जगदीश गुर्जर सरपंच चुने गए। 2015 में जसवंत गुर्जर की पत्नी गायत्री गुर्जर जिला पंचायत के वार्ड 8 से सबसे अधिक वोटों से सदस्य चुनी गई। जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए 18 में से भाजपा के पास 6 वोट होने के बावजूद गायत्री गुर्जर जिला पंचायत अध्यक्ष बनने में सफल रही। 2022 में पुत्र जगदीश गुर्जर की पत्नी राधाबाई गुर्जर निर्विरोध ब्यावरा जनपद पंचायत की अध्यक्ष चुनी गई, तो मझले पुत्र भरतराम की पत्नी सरपंच चुनी गई।