सुरेश शर्मा, ब्यावरा जिला राजगढ़ म.प्र.

राजगढ़। प्रभारी कलेक्टर महीप किशोर तेजस्वी के मार्गदर्शन में गुरुवार को जिले के समस्त प्राचार्य की बैठक का आयोजन जिला पंचायत के सभाकक्ष में किया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य क्षतिग्रस्त भवन और उनके रख रखाव पर था। इसके अतिरिक्त विद्यालय में एकेडमिक व अन्य गतिविधि संचालन के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश प्रभारी कलेक्टर श्री तेजस्वी द्वारा दिए गए। बैठक में सभी स्कूलों के प्राचार्य और संकुल प्राचार्य व विकासखंड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि दो दिन में ऐसे समस्त भवन को चिन्हित कर उसकी जानकारी भेजी जाए जो क्षतिग्रस्त है, जहां विद्यालय संभव नहीं है। ऐसे भवन के लिए नजदीकी भवन या अन्य नजदीकी गांव के विद्यालय का चयन किया जा सकता है। किसी भी स्थिति में जर्जर भवन में शालाएं संचालित नहीं की जाए। इसके अतिरिक्त शाला में पीली रोशनी के बल्ब हटाकर एलईडी बल्ब सफेद रोशनी के बल्ब लगाया जाए। सफेद रोशनी से रोशनी में अध्ययन करने से बच्चों की आंखों की क्षमता अच्छी रहती है वह पढ़ाई में मन भी लगता है।

साथ ही वर्षा ऋतु पश्चात भवन की पुताई कार्य हो, उसमें कमरों के अंदर अनिवार्य रूप से सफेद कलर ही किया जाए। इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जाए। जहां स्मार्ट बोर्ड लगे हैं वहां रोस्टर अनुसार कक्षाएं लगाई जाए। यदि स्मार्ट बोर्ड कक्षा 8 की कक्षा में लगा है तो कक्षा 6 व 7 के विद्यार्थियों को भी रोस्टर अनुसार अलग-अलग दिन बैठाया जाए। इसी प्रकार 9 से 12 में भी इसी प्रक्रिया का पालन किया जाए। निरीक्षण के लिए प्रति दिवस जो जिले से ऑनलाइन लिंक के माध्यम से किसी भी विद्यालय का निरीक्षण किया जाएगा। समस्त शिक्षकों द्वारा अनिवार्य रूप से शिक्षक डायरी बनाई जाए। इसके लिए भी निर्देश दिए गए। पुस्तकालय व लैब का समुचित उपयोग हो व व्यवस्थित संचालन हो इसका प्रयास किया जाए।