अद्भुत और अनुकरणीय है अंजनीधाम की विकास यात्रा सांसद एवं राज्यमंत्री ने किया 50 वर्षीय यात्रा की चित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ। चारों धाम की झांकी में श्रद्धालुओं की आस्था देख सभी हतप्रभ, सेवा देने वाले लोगों में दिख रहा है प्रतिस्पर्धा का भाव
ब्यावरा। अंजनीलाल मंदिर धाम के प्रति श्रद्धा का भाव, समर्पण की पराकाष्ठा और यहां सेवा देने वालों की प्रतिस्पर्धा तथा विकास की सतत् यात्रा अद्भुत और अनुकरणीय है। यह समिति के 50 वर्षो की मेहनत और पारदर्शिता के साथ किये गये कार्यो का परिणाम है।
उपरोक्त विचार श्री अंजनीलाल धाम की 50 वर्षीय विकास यात्रा की चित्र प्रदर्शनी के शुभारंभ अवसर पर क्षेत्र के सांसद रोडमल नागर और राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार नारायण सिंह पंवार ने व्यक्त किये। इस मौके पर समाजसेवी अजय विजयवर्गीय पचोर भी मौजूद थे।
प्रारंभ में दोनो अतिथियों ने चारों धाम व मां वैष्णोदेवी के सहित सभी मंदिरों के दर्शन कर पुण्यलाभ प्राप्त किया।
अतिथिद्वय ने कहा कि किसी भी संस्था का पांच दशक तक अनवरत् सेवा कार्य में लगना, निरंतर विकास होना और समाज में एक साख निर्मित होना यह अपने आप में एक बड़ी साधना का परिणाम है। यह साधना निश्चत तौर पर उन लोगो ने की है जो इस संस्था से वर्षो से जुड़े हुए है।
समाज के लिये प्रेरणादायी भी है यह चित्र प्रदर्शनी
श्री अंजनीलाल मंदिर धाम की इस चित्र प्रदर्शनी को देख कर लगता है कि यह समाज के लिये प्रेरणादायी भी है। लगातार 50 सालों से धार्मिक, सामाजिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक, वैचारिक आयोजन के साथ समाज सेवा के कार्य करना बड़ा काम है।
सेवा, समर्पण और विकास के 50 वर्षो की निरतंरता तथा इतनी लंबी समयावधि में भी संस्था अपनी साख को समाज में बढ़ाएं रखने का जो उपक्रम कर रही है वह प्रशंसनीय है। इसके लिये प्रत्येक सदस्य का भगवान श्री अंजनीलाल के प्रति समर्पण तथा अपने कार्यो के प्रति ईमानदारी रखना प्रमुख है।
सांसद श्री नागर एवं राज्यमंत्री श्री पंवार ने श्री अंजनीलाल मंदिर ट्रस्ट परिवार द्वारा 50 वें नवरात्रि महोत्सव के अवसर पर सजार्ई गई चारों धाम की भव्य झांकी को भी अकल्पनीय बताया। उन्होंने कहा कि यहां भी श्रद्धालुओं, सेवाएं देने वाले हर युवा, महिला, व्यक्ति, पुलिस-प्रशासन, एनसीसी, एनएसएस के बच्चों का समर्पण देखकर लगता है कि वे अपने पूरे मनोयोग से अपनी सेवाएं दे रहे है।
चित्र प्रदर्शनी देख ताजा हुई पुरानी यादें
श्री अंजनी धाम की 50 वर्षो की चित्र प्रदर्शनी देखकर सभी लोगो को पुरानी यादें ताजा हो रही है। कोई मंदिर के पुराने स्वरूप को देख रहा है, कोई पूर्व में होने वाले प्रवचनमाला में आए संतों, अतिथियों, जनप्रतिनिधियों को निहार रहा है तो कोई नए-पुराने भवनों को देख प्रभावित हो रहा है।
इस चित्र प्रदर्शनी में पिछले 50 वर्षो की हर प्रकार की गतिविधियों का चित्रण है। उन लोगो का भी स्मरण किया गया है जिन्होंने इस अंजनीलाल के स्थान को धाम बनाने में अपना खून-पसीना बहाया है।
प्रारंभ में अतिथियों ने भगवान श्री अंजनीलाल के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर चित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। इस मौके पर चित्र प्रदर्शनी में सहयोग प्रदान करने पर नंदकिशोर शर्मा का सम्मान भी किया गया।