ब्यावरा। अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस, जिसे विश्व शांति दिवस के नाम से भी जाना जाता है। हर साल मनाया जाता है। इसका उद्देश्य विश्व में शांति, अहिंसा और लोगों के बीच मेल मिलाप को बढ़ावा देना है। वैश्विक स्तर पर चल रहे तनाव को देखते हुए इसका महत्व समय के साथ बढ़ गया है। लोग इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों के माध्यम से शांति का संदेश फैलाते हैं। विशेष तौर पर युवा पीढ़ी को इसका महत्व समझना बहुत जरूरी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए रास- गरबा का आयोजक संस्था द्वय सखी क्लब एवं रिदम एंड ब्लॉसम ग्रुप द्वारा गरबा अभ्यास के दौरान बच्चों के साथ इस विश्व शांति दिवस का अयोजन किया, जिसमे सभी आयोजकों और बच्चों ने शांति का प्रतीक सफेद रंग के वस्त्र धारणकर तथा विभिन्न पोस्टर्स लेकर ईश्वर की आराधना और साथ में विश्व शांति के लिए मां से प्रार्थना की गई। सखी क्लब के सभी सदस्य गण एवं रोहित मौर्य, किट्टू सर, नीलम गोस्वामी, विजय, रेणुका मोदानी, दीपिका शिवहरे, सिद्धि ब्रजपुरिया, रिया सुखवानी, नेहा अग्रवाल, रुपाली डागा, सौम्या डागा, हर्षिता डागा, हर्षिता गर्ग, सुजान सिंह, अभिषेक लोट, पियू यादव, अक्षांतराज मेवाडे़, शिवम शर्मा, विनीत मित्तल आदि आयोजन में उपस्थित रहे। गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस की स्थापना वर्ष 1981 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी। यह दिन 1982 से आधिकारिक रूप से मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर शांति की आवश्यकता को रेखांकित किया जाना हैं।